Tuesday, June 22, 2010

दिल से तो मिल

हस्ते हुए चेहरे रोते हुए दिल
गाहे-बगाहे ही सही दिल से तो मिल
जानता है तू भी
झूट छुपाये नहीं छुपता
सच दबाये नहीं दबता
कमबख्त आईना होता है दिल

तारीफों के पुल तो बांध लेता है हर कोई
जगाये वो प्रतिभा जो तेरे भीतर है सोई
झूठी वाह वाही तो जायेगी बहुत मिल
गाहे बगाहे ही सही दिल से तो मिल

भावना

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