Thursday, May 14, 2015

सामयिक दोहे.....

देखा जनाब, दिल्ली सरकार ने एक सर्कुलर निकाल कर मीडिया के नकेल डालनी चाही लेकिन उच्चतम न्यायालय द्वारा इस सर्कुलर पर रोक लगा देने से उल्टे मुंह की खानी पड़ी। इसी संदर्भ में पेश हैं चंद दोहे

चले डालने मीडिया के थे आप नकेल
बड़ी अदालत ने दिया पीछे इन्हें धकेल

कभी मीडिया के उन्हें लगते थे प्रिय बोल
आज सताता डर कहीं और खुले न पोल

मीडिया तो चाहे खबर मिर्च-मसालेदार
फैलाए सनसनी जो होए चीॆख पुकार

मीडिया कठपुतली बना कारपोरेट के हाथ
जिधर इशारा करे वह है यह उसके साथ
bhonpooo.blogspot.in

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