Friday, October 24, 2014

हम नहीं सुधरेंगे, लगता है कांगरेसियों का मूलमंत्र बन गया है तभी तो हार पर हार मिलने के बाद भी उन्हें अभी भी प्रियंका गांधी में अपना तारनहार दिखाई देता है।लीजिये चंद दोहे पेश हैं
1
कांग्रेस को मिले अब जब जब तगड़ी हार
तभी प्रियंका के लिए मचती चीख पुकार
2
जनता दे कांग्रस को फिर फिर ठोकर मार
दिल दिमाग पर है अभी भी लूली सरकार
3
वंशवाद से लगेगी अब ना नैया पार
लाअो सपने नये हों जनमन को स्वीकार
bhonpooo.blogspot.in

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