Friday, December 26, 2014

आज कल धर्मांतरण पर बहुत हो हल्ला मचा हुआ है,लगता है देश का सबसे बड़ा मुद्दा यही बन गया है अौर देश के हर मर्ज की दवा यही है।तो लीजिये प्रस्तुत है
अवधी रचना---
धर्मांतरण----
बदले से धरम का का होई
बतलाय देव हमका कोई
          चच्चा समझाय देव हमका
           तनी भेद बताय देव हमका
           रहमान से बनके रामानंद
           का बदल देब हम दुनिया का।
का चैन की बंशी बजी सदा
का भेदभाव फिर ना होई
बदले से धरम का का होई
बतलाय देव हमका कोई
             का घूंस न लागी आफिस मा
              गुंडई न होई गांवन मा
              महिलाअों के संग छेड़छाड़
              खुलेआम न होई सड़कन मा
का जल्दी कोर्ट से न्याय मिली
सुनवाई गरिबवन की होई
बदले से धरम का का  होई
बतलाय देव हमका कोई
              का जात पांत अब मिट जाई
                का भूख कुपोषण मिट पाई
              कालाबाजारी लूटपाट से
               मुक्ती का अब मिल पाई
जब एतनौ ना बदली समाज
तो धरमै बदले का होई
बतलाय देव हमका कोई
बदले से धरम का का होई
bhonpooo.blogspot.in

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