Friday, January 30, 2015

सामयिक दोहे-----
एक तरफ तो दिनोदिन दिल्ली का चुनावी घमासान जोर पकड़ता जा रहा है दूसरी अोर जयन्ती नटराजन के खुलासे ने कांग्रस की हालत और भी पतली कर दी है।इसी संदर्भ में कुछ दोहे पेश हैं

किरण कवच से लैस हो उतरी है मैदान
ब्यूह भाजपा ने रचा लगा दी पूरी जान

बातें लच्छेदार न आये हरदम काम
जनता तो है चाहती सीधा सा परिणाम

तगड़ी टक्कर दे रही देखो पार्टी आप
झोंके ताकत भाजपा कर विकास का जाप

फूट जयन्ती बम गया किया धमाका जोर
कांग्रेस में खलबली मची हुआ जब शोर

कठपुतली बन गई थी कांग्रेस सरकार
निर्णय हाई कमान का सिर पर रहे सवार

घोटालों ने डुबा दी कांग्रेस की नाव
बड़े खुलासे धर रहे चुपके चुपके पांव
bhonpooo.blogspot.in


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