फ़िल्म #Irumugan की #समीक्षा
मिशन #Sensiblecinema के तहत आज (22/04/2020) चियान विक्रम और नयनतारा अभिनीत फ़िल्म #Irumugan देखी जिसे निर्देशित किया है आनंद शंकर ने जिन्होंने विजय देवेरकोंदा अभिनीत #NOTA भी डायरेक्ट की है। इरू मुगन तमिल भाषी साइंस फिक्शन ऐक्शन फ़िल्म है जो 2016 में रिलीज़ हुई थी। साइंस और तकनीक की नित नई उपलब्धियां अगर सुरक्षित, सजग, दूरदर्शी और संवेदनशील हाथों में हों और मानव जाति के कल्याण के लिए उपयोग में लाई जाएं तो फायदेमंद साबित होंगी पर अगर उनका उपयोग स्वार्थ के वशीभूत होकर किया जाए तो समुची मानव सभ्यता के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
इस फ़िल्म में लव नाम का क्रिमिनल साइंटिस्ट होता है जो गैरकानूनी ढंग से स्पीड ड्रग को इन्हेलर के ज़रिए आतंकियों तक पहुंचाने की कोशिश करता है पर रॉ एजेंट विनोद (चियान विक्रम) उसके मंसूबों पर पानी फेर देता है, उसके सभी ठिकानों को सरकार ध्वस्त कर देती है पर इस मिशन को पूरा करने के दौरान वो अपनी वाइफ मीरा (नयनतारा) को खो बैठता है और उसकी वजह से अपना आपा खो दो लोगों को मार देता है जिसके कारण विनोद को रॉ से चार सालों के लिए बर्खास्त कर दिया जाता है पर रॉ को पता चलता है कि जिस लव को चार साल पहले विनोद ने मारा था वो लव था ही नहीं। रॉ फिर से विनोद को अप्रोच करता है, उसे उसकी माया के क़ातिल से बदला लेने के लिए उकसाता है। विनोद तैयार हो जाता है और इस केस में रॉ की जूनियर एजेंट आरुषि (नित्या मेनन) विनोद के साथ मलेशिया जाती है। विनोद वहां माया को लव के साथ काम करता देख हैरान रह जाता है। लव उसे पूरी कहानी बताता है कि किस तरह माया उस दिन मरी नहीं थी, कुछ आदिवासियों ने उसकी जान बचाई पर वो अपनी यादाष्त खो बैठी। लव माया को आजमाने के लिए उसे विनोद को शूट करने को कहती है और वो बिना माथे पर शिकन लाए गोली चलाती है तो लव को यकीन हो जाता है कि वो उसकी साइड है। माया की यादाश्त कैसे वापस आती है, इस मिशन में कौन कौन अपनी जान गंवाता है, लव किस तरह अपने लिए काम करने वाले आदमियों पर कंट्रोल रखता है, स्पीड ड्रग लेते ही कोई शक्तिशाली कैसे बन जाता है, विनोद लव को कैसे मारता है इन सभी सवालों का जवाब फ़िल्म देखते हुए एक एक कर क्लियर होते जाएंगे।
फ़िल्म का ट्रीटमेंट ज़बरदस्त है। साइंस फिक्शन होते हुए भी पूरी फ़िल्म कहीं इलॉजिकल नहीं लगती, इस फिल्म में विक्रम का डबल रोल है। विक्रम ही इस फ़िल्म के नायक और खलनायक दोनों हैं। लव के ट्रांसजेंडर वाले किरदार को विक्रम ने बख़ूबी निभाया है। रॉ के एजेंट विनोद के किरदार के साथ भी उन्होंने न्याय किया है। चाहे स्टंट्स हो, फाइट सीन या फिर इमोशनल सीन हर इमोशन को विक्रम ने एक सधे हुए कलाकार की तरह निभाया है। नयनतारा की भी ऐक्टिंग, उनकी बॉडी लैंग्वेज एक रॉ एजेंट जैसी मालूम होती है, एकदम बैलेंसड। बैकग्राउंड स्कोर फ़िल्म को और अपीलिंग बनाता है। यकीनन विक्रम को ऐक्ट करते देखना किसी ट्रीट से कम नहीं। इरु मूगन का अर्थ है दोहरा चेहरा, इस फिल्म में भी विक्रम के दो चेहरे हैं एक नायक का और दूसरा खलनायक का।
No comments:
Post a Comment