सामयिक
दोहे----
सर्वोच्च
न्यायालय के जाट आरक्षण पर दिये गये फैसले से एक बार फिर आरक्षण का मुद्दा गरमाया
है।इसी संदर्भ में चंद दोहे पेश हैं
आरक्षण
टानिक पियें अब बलशाली लोग
सता
रहे कमजोर को दुनिया भर के रोग
पिछड़ों
की हो गई है राजनीति की भैंस
वोट
की लाठी से हुए वे सब जब से लैस
ताकत
से मनवा रहे आरक्षण की मांग
जिसको
देखो दे रहा आरक्षण की बांग
आरक्षण
उनके लिए जो निर्बल कमजोर
ताकतवर
करने लगे उनसे ज्यादा शोर
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