Saturday, July 31, 2010

हसन काज़मी साहब के कुछ शेर

देखिये कितनी सादगी से शायर ने कितनी बड़ी बात कह दी -

खूबसूरत हैं आँखें तेरी रात को जागना छोड़ दे
खुद ब खुद नींद आ जायेगी, तू मुझे सोचना छोड़ दे॥

और दूसरा तो अद्भुत है इंकलाबी शेर

कोई बच्चा तड़पता है तो माँ का दम निकलता है
मगर जब माँ तड़पती है तो फिर जम जम निकलता है॥

शायर
हसन काज़मी

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