भावना की मीडिया क्लास : १. सोशल मीडिया का बढ़ता क्रेज़
आज की मीडिया क्लास में हम बात करेंगे सोशल मीडिया की जिसकी चर्चा आजकल हर आम और ख़ास की ज़ुबान पर है। सवाल ये उठता है की आखिर सोशल मीडिया में ऐसा क्या है जो ये लोगों के बीच इतना ख़ास हो गया है ? पहला कारण ये बदलती जीवन शैली के अनुरूप है जो की लोगों की ज़रूरतों को पूरा करता है। मनुष्य सामाजिक प्राणी है, वो समाज के बिना नहीं रह सकता लेकिन आजकल की ज़िन्दगी में लोगों के पास अपने दोस्तों, नाते-रिश्तेदारों से मिलने और साथ बैठकर बात करने का वक़्त नहीं इसलिए हम अपनी इस ज़रुरत को सोशल मीडिया के ज़रिये पूरी करने की कोशिश करते है, वर्चुअल दुनिया से जुड़कर। दूसरा कारण हर नयी चीज़ के प्रति लोगों में आकर्षण होता है इसलिए भी सोशल मीडिया बच्चों, युवाओं और बड़ों के बीच चर्चित होता जा रहा है। तीसरा कारण स्मार्टफोन एंड्रॉयड फ़ोन्स ने सोशल मीडिया को आम आदमी की पहुँच में ला दिया है। अब इंटरनेट से जुड़ने के लिए आपको कंप्यूटर या लैपटॉप की ज़रुरत नहीं आप ४०००-५००० हज़ार से शुरू होने वाले स्मार्टफोन के ज़रिये भी ऑनलाइन एक्टिव रह सकते हैं। बस अपनी सिम में इंटरनेट रिचार्ज कराइये और जुड़ जाइए इस वर्चुअल दुनिया से और अगर किसी ओपन वाई-फाई ज़ोन में हो तो आपके फ़ोन में इंटरनेट खुद-ब-खुद काम करने लगेगा। सोशल मीडिया के ज़रिये आप न केवल नए लोगों से जुड़ सकते हैं बल्कि अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों के बिछड़े दोस्तों को यहां ढूंढ कर अपनी पुरानी यादों को ताज़ा कर सकते हैं। अब दूरी कोई बाधा नहीं रही। आप अपने वर्चुअल दोस्तों से ऑडियो, वीडियो, टेक्स्ट किसी भी फॉर्मेट में बात कर सकते हैं। इसके लिए बहुत पढ़ा लिखा होना ज़रूरी नहीं है बस आपको इंटरनेट इस्तेमाल करना आना चाहिए और स्मार्टफोन के फंक्शन्स पता होने चाहिए जो कि बहुत आसान है, आप अपने बच्चों से भी सीख सकते हैं क्यूंकि आजकल की जनरेशन टेक-सैवी जो हो गयी है। फेसबुक पर शायरी, साहित्य, म्यूजिक, मीडिया, थिएटर, आदि से सम्बंधित ढेरों ग्रुप बने हैं आप अपनी पसंद के ग्रुप से जुड़ सकते हैं और अपना भी ग्रुप बना सकते हैं। साथ ही अपना पेज भी। इस तरह वाट्स-अप पर भी आप अपने दोस्तों से चैटिंग कर सकते हैं उन्हें ऑडियो और वीडियो भेज सकते हैं। अगर आप घर वालों से दूर रहते हैं और वहां से उनके लिए कुछ लाना चाहते हैं तो उसकी फोटो व्हाट्स-अप पर भेज कर उसके बारे में उनसे राय ले सकते हैं। ट्विटर पर अपने पसंदीदा फ़िल्मी हस्तियों, क्रिकेट खिलाडियों, नेता, बिजनेसमैन आदि से जुड़ सकते हैं उन्हें फॉलो कर सकते हैं।
ये सिक्के का वो पहलू है जो हम सबको लुभाता है लेकिन सिक्के के दूसरे पहलू को भी हमें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। इस सिक्के के दूसरे पहलू के बारे में हम मीडिया क्लास में अगले दिन बात करेंगे। इस क्लास में मज़ा तभी आएगा जब आप भी सवाल जवाब करें, अपनी राय मुझे भेजें की आपको ये क्लास कैसी लग रही है और इसमें और किस किस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। आपकी प्रतिक्रिया के इंतज़ार में ....
भावना पाठक
http://bhonpooo.blogspot.in/
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