मैं अच्छी लड़की नहीं हूँ
मैं अच्छी लड़की नहीं हूँपर्दा नहीं करती
चुप्पी नहीं ओढ़ती
बराबरी से तुमसे
सवाल जवाब करती हूँ
मैं अच्छी लड़की नहीं हूँ।
मैं भी पढूंगी, आगे बढूँगी
सपनो को अपने
मैं पंख दूंगी
तुमसे इन सारे हक़ के लिए लड़ती हूँ
मैं अच्छी लड़की नहीं हूँ।
ज़ुल्म नहीं सहती
खामोश नहीं रहती
हाथ जो उठाओ तो हाथ पकड़ लेती हूँ
मैं अच्छी लड़की नहीं हूँ।
फब्तियां कसे कोई
पीछा करे कोई
बीच राह में आके हाथ पकड़ ले कोई
ऐसे सिरफिरों को वहीँ शर्मशार करती हूँ
मैं अच्छी लड़की नहीं हूँ।
भावना पाठक
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