आज शिक्षक दिवस है ,इसी बहाने गुरूजी के साथ साथ शिक्षा व्यवस्था पर भी एक नजर डाल ली जाय ।
१
गुरु की महिमा थी बड़ी जब देता था ज्ञान
शिक्षा अब व्यवसाय है नहीं रहा वह मान
२
शिक्षाकर्मी आज के हैं ठेका मजदूर
कम वेतन पर काम हर करने को मजबूर
३
शिक्षा के मंदिर नहीं विद्यालय हैं आज
गढ़ हैं भ्र्ष्टाचार के जानत सकल समाज
४
दो रंगी शिक्षा करे दो रंग का यह देश
थोड़े को सम्पन्नता बाकि को है क्लेश
५
शिक्षा पैदा कर रही कंपनी हेतु गुलाम
ना खुद के न समाज के आते हैं ये काम
१
गुरु की महिमा थी बड़ी जब देता था ज्ञान
शिक्षा अब व्यवसाय है नहीं रहा वह मान
२
शिक्षाकर्मी आज के हैं ठेका मजदूर
कम वेतन पर काम हर करने को मजबूर
३
शिक्षा के मंदिर नहीं विद्यालय हैं आज
गढ़ हैं भ्र्ष्टाचार के जानत सकल समाज
४
दो रंगी शिक्षा करे दो रंग का यह देश
थोड़े को सम्पन्नता बाकि को है क्लेश
५
शिक्षा पैदा कर रही कंपनी हेतु गुलाम
ना खुद के न समाज के आते हैं ये काम
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